कोविड 19 वेक्सीनेशन में महासमुन्द जिले का सरायपाली ब्लाक सबसे आगे ,सुचारू व्यवस्था के बीच चल रहा है टीकाकरण कार्यक्रम
(ब्यूरो चीफ किशोर कर )
महासमुन्द(हाईटेक न्यूज़ )19 मार्च 2021 कोविड-19 से बचाव के लिए शुरू किए गए वेक्सीनेशन का कार्य महासमुंद जिले के सरायपाली जनपद क्षेत्र में काफी प्रगति में है। रोजाना औसतन 120 लोगों को प्रत्येक सेंटर में वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है। समूचे जनपद क्षेत्र में 16 वैक्सीनेशन सेंटर वर्तमान में संचालित हैं जहां ग्राम पंचायतों से लोग पहुंच रहे हैं और कोविड-19 से बचाव के लिए टीका लगवा रहे हैं । वेक्सीनेशन के इस अभियान में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को फिलहाल टीकाकरण का कार्य किया जा है वहीं दूसरी ओर मैं 45 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को भी टीकाकरण किया जा रहा है कोविड-19 के इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों डॉक्टरों के साथ साथ पंचायत के सचिव, आंगनवाड़ी वर्कर और मितानिन भी लगातार सहयोग कर रहे हैं । टीकाकरण को लेकर सरायपाली क्षेत्र के अव्वल स्थान पर अभी तक रहने की जानकारी आंकड़ों के अनुसार सामने आने के बाद सरायपाली जनपद मे पदस्थ डिप्टी कलेक्टर डॉ. स्निग्धा तिवारी से टीकाकरण को लेकर चर्चा की गई तब उनका कहना था कि ग्राम पंचायतों के माध्यम से टीकाकरण केंद्रों तक वैक्सीनेशन के लिए लोगों को पहुंचाने और सुरक्षित टीकाकरण कराने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत सचिव लगातार सक्रियता से ध्यान दे रहे हैं, और लोगों को वेक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचाने में मदद भी कर रहे हैं । इसके अलावा शासकीय दिशा निर्देश के अनुरूप अधिक से अधिक लोग टीकाकरण का लाभ उठा सकें इसके लिए लगातार पहल और प्रयास किए जा रहे हैं और प्रत्येक टीकाकरण केंद्र में औसतन 120 लोगों को रोजाना टीका लग रहा है जो अन्य जगहों की तुलना में काफी आगे है हम आपको बता दें कि सरायपाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा बलौदा पाटसेंद्री सिंघोड़ा और तोषगांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी टीकाकरण किया जा रहा है वहीं कुछ उप स्वास्थ्य केंद्रों में भी वैक्सीनेशन का कार्य सुचारू रूप से कराया जा रहा है । समूचे ब्लॉक में वैक्सीनेशन के कार्य में अभी तक कहीं से किसी भी तरह के विपरीत परिणाम सामने नहीं आए हैं और टीकाकरण को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में भी उत्साह देखा जा रहा है, तथा वैक्सीनेशन को लेकर कुछ लोगों में फैली भ्रांतियां भी धीरे-धीरे समाप्त हो रही है।