जस्टिस एनवी रमना ने देश के 48 वै चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ग्रहण किया
(अशोक कुमार अग्रवाल )
नई दिल्ली (हाई टेक न्यूज ) 24अप्रैल 2021
भारत देश के 48 वे मुख्य न्ययाधीश के रूप में आज जस्टिस रमना ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है । महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज उन्हें शपथ दिलाई ,जस्टिस रमना ने CJI एसए बोबडे की जगह ली है ,श्री बोबडे 23 अप्रैल को ही रिटायर्ड हो गए थे ,बोबडे ने ही जस्टिस रमना का नाम का नाम प्रस्तावित करके राष्ट्रपति को प्रेषित किया था
आंध्रप्रदेश हाइकोर्ट के पहले ऐसे जज जो CJI बने
जस्टिस रमना 26अगस्त 2022 को रिटायर्ड होंगे । यानि उनका कार्यकाल 2 वर्ष से भी कम बचा है ।
नवम्बर 2019 में जस्टिस बोबडे ने 47 वे सीजेआई के रूप में शपथ ग्रहण किया था । जस्टिस रंजन गोगाई के रिटायरमेंट के बाद जस्टिस बोबडे को CJI बनाया गया था ।
1983 में जस्टिस रमना ने वकालत की शुरुवात की थी ।
नये CJI का जन्म 27अगस्त 1957 को आंध्रप्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नवरम में हुआ था । 10 फरवरी 1983 को उन्होंने वकालत की शुरुवात की थी ।
27जून 2000 को आंध्रप्रदेश के हाइकोर्ट में स्थायी जज के तौर पर नियुक्त किया गया था
जस्टिस रमना को 2014 में सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था । 10 फरवरी 1983 को वकालत
के साथ अपने कैरियर की शुरुवात की थी ।
इन तीन ऐतिहासिक फैसलों में चर्चित रहे जस्टिस रमना
01 जस्टिस रमना ने 10 जनवरी 2020 को जम्मू कश्मीर में इंटरनेट के निलंबन पर तत्काल समीक्षा करने का फैसला सुनाया था ।
02 जस्टिस रमना उस ऐतिहासिक बेंच में शामिल थे जिसने 13 नवम्बर 2019 को CJI के ऑफिस को आरटीआई के दायरे में लाने का फैसला दिया था ।
03 जस्टिस रमना एवं जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने जनवरी 2021 में फैसला दिया कि किसी घरेलू महिला के काम का मूल्य उसके ऑफिस जाने वाले पति से कम नही है ।