घूसखोर थाना प्रभारी निलंबित ,तहसीलदार एवं BMO भी नपेंगे ,जाँच जारी
(अशोक कुमार अग्रवाल )
रायगढ़ (हाई टेक न्यूज ) 27मई 2021 रायगढ़ जिले के सारंगढ़ ब्लॉक मुख्यालय के हिर्री में स्तिथ एक डॉ के क्लिनिक में जाँच के दरमियान अवैध रूप से तीन लाख रुपए के लेनदेन के मामले में दोषी पाए जाने पर जहाँ तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी कमल किशोर पटेल को निलंबित कर दिया गया है ,वही इस घटना में शामिल दो अन्य अधिकारियो तहसीलदार एवं BMO के खिलाफ भी जाँच के आदेश जारी हो गए है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीन लाख की वसूली मामले में सारंगढ़ थाना प्रभारी कमल किशोर पटेल को सस्पेंड कर दिया गया है। एसआई पर डाॅक्टर को डरा धमकाकर तीन लाख वसूलने का आरोप है। पीड़ित डॉक्टर की शिकायत के बाद एसपी संतोष सिंह ने कार्रवाई करते हुए SI को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन के दौरान एसआई रायगढ़ मुख्यालय रक्षित केंद्र में तैनात रहेंगे।
दरअसल मामला सारंगढ़ ब्लाॅक अंतर्गत ग्राम हिर्री स्थित वारे क्लीनिक की है। 7 मई को सारंगढ़ थाना प्रभारी कमल किशोर पटेल, सारंगढ़ तहसीलदार सुनील अग्रवाल और बीएमओ डाॅ आरएल सिदार वारे क्लीनिक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। इस दौरान तहसीलदार ने डाॅ वारे से क्लीनिक में अनियमितता के नाम पर कार्रवाई करने की बात कही। साथ ही कार्रवाई नहीं करने के नाम पर पांच लाख की मांग भी की थी, जिसके बाद डाॅक्टर वारे ने तीन लाख रूपए तहसीलदार को रिश्वत के तौर पर देकर मामले को रफा-दफा करवाया। इस दौरान रूपए लेते हुये क्लीनिक में लगे सीसीटीवी में तहसीलदार, बीएमओ और थाना प्रभारी कमल किशोर कैद हो गये थे।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर डाॅ वारे ने इसकी शिकायत एसपी संतोष कुमार सिंह से की थी। शिकायत के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुये डीएसपी गरिमा द्विवेदी को जांच के आदेश दिये गए थे। जांच को सहीं पाये जाने के बाद एसपी ने उप निरीक्षक कमल किशोर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
वहीं इस मामले में कलेक्टर ने भी तहसीलदार और बीएमओ के खिलाफ जांच के आदेश दिये है। फिलहाल दोनों अधिकारी के खिलाफ जांच चल रही है। जांच के बाद दोनों के खिलाफ उचित कार्रवाई भी की जाएगी।