मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, जिले के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच रहीं स्वास्थ्य सुविधाएं,
जिले में 74 हाट बाजारों में काम कर रहा क्लीनिक
(अशोक कुमार अग्रवाल )
जांजगीर-चांपा(हाईटेक न्यूज ) 04 सितंबर, 2021 हाट-बाजारों के ग्रामीण जीवन में महत्व को देखते हुए राज्य सरकार ने 02 अक्टूबर 2019 से मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना की शुरूआत की है जिससे ग्रामीणों को खरीदारी के साथ अब सेहत मुफ्त मिलने लगी है। हाट-बाजारों में अधिक से अधिक ग्रामीण आसानी से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। समय रहते बीमारियों की जानकारी होने से उनका समुचित इलाज भी संभव हो सका है। जांजगीर-चांपा जिले के 74 हाट बाजारो में क्लीनिक के आयोजन के माध्यम से जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है।
स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को बढ़ावा –
दैनिक जीवन की आपा-धापी में सामान्यतः लोग स्वास्थगत परेशानियों की तब तक अनदेखी करते हैं, जब तक समस्या बढ़ न जाए। जरूरी न हो तब तक लोग अस्पतापल नहीं पहुंचते। कई बार ऐसी लापरवाही कई गंभीर बीमारियों को बढ़ा देती है और उसका पता भी नहीं चल पाता। इसलिए राज्य सरकार लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को बढ़ावा दे रही है।
कैंप में उपचार एवं चिकित्सा परामर्श –
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा जन-जन तक स्वास्थ सुविधा की पहुंच के लिए शुरू की गई इस मुहिम के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। योजना के तहत हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर ग्रामीणों को उपचार एवं चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है। यहां लोग सामानों की खरीदारी के साथ स्वास्थ्य संबंधी सलाह और मार्गदर्शन प्राप्त कर रहे हैं साथ ही अनुभवी चिकित्सकों से अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा रहें हैं।
मौसमी बीमारियो की जांच, उपचार, परामर्श एव निःशुल्क दवाईयां –
जांजगीर-चांपा जिले के 74 हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर ग्रामीणों को सर्दी, खांसी, बुखार, शुगर, ब्लड प्रेशर, मधुमेह, ग्रामीणों की मलेरिया की जांच, गर्भवती महिलाओं की जांच, नेत्र विकार सहित मौसमी बीमारियों का उपचार एवं चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है। इन शिविरों में ब्लड प्रेशर, खून जांच जैसी प्रारंभिक जांच की जाती है। गंभीर बीमारी का पता चलने पर चिकित्सक मरीज को आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य केन्द्रों या अस्पतालों में भेजते हैं।
जिले के 74 हाट-बाजारों में क्लीनिक –
जिले के विकासखंड सक्ती के 10 हाट बाजारो में क्लीनिक – परसदा कला, परसदा खुर्द, टेमर, नगरदा, धनपुर, किरारी, जर्वे, बरपालीकला, बाराद्वार बस्ती और जांजग में क्लीनिक का आयोजन किया जा रहा है। विकासखंड जैजैपुर के 5 हाट बाजारो में क्लीनिक – सिरली, सेन्दुरस, रिवाडीह, मलदाकला, आमगांव, विकासखंड नवागढ़ के 11 हाट बाजारो में क्लीनिक – पाली, सेवई, गाड़ापाली, भादा, चोरभट्ठी, बेलदा, बरभाठा, धाराशिव, दहिदा, तुलसी और दुरपा, विकासखंड मालखरौदा के 10 हाट बाजारो में क्लीनिक – चरौंदा, छोटेसीपत, बंदोरा, खेमड़ा, भुतहा, आमनदुला, मोंहदीखुर्द, नगझर, देवगांव, बेल्हाडीह, विकासखंड बम्हनीडीह के 10 हाट बाजारो में क्लीनिक – गोविन्दा, नकटीडीह, पचोरी, रोहदा, हथनेवरा, कोटाडबरी, कुम्हारीकला, गिधौरी, सरवानी, कनकपुर, विकासखंड पामगढ़ के 6 हाट बाजारो में क्लीनिक – बिलारी, ससहा, तनौद, डोंगाकोहरौद, सिल्ली, कोनार, विकासखंड बलौदा के 8 हाट बाजारो में क्लीनिक – घाटाद्वारी, जावलपुर, कमरीद, टिंगीपुर, रैनपुर, बसंतपुर, कुरदा, जाटा, विकासखंड अकलतरा के 7 हाट बाजारो में क्लीनिक – फरहदा, बाना, बिरकोनी, किरारी, बनाहिल, सोनसरी, करूमहु, विकासखंड डभरा के 7 हाट बाजारो में क्लीनिक – साल्हे, छोटे कटेकोनी, कलमा, जवाली, खुरघट्ठी, छुछुभाठा और गोपालपुर में क्लिनिक का आयोजन किया जा रहा है। इस योजना से अब तक करीब एक लाख ग्रामीण लाभान्वित हो चुके हैं।