शिक्षक के रूप में अपने कैरियर की शुरुवात करने वाले बिलासपुर संभाग के नए आईजी पुलिस रतनलाल डांगी का अभी तक का इतिहास
(अशोक कुमार अग्रवाल )
बिलासपुर 02 जनवरी 2021
दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित,सम्हाल चुके हैं ,पूर्व में बिलासपुर ,कोरबा जिले में पुलिस अधीक्षक रह चुके है डांगी ।
: बिलासपुर जिले के पुलिसिंग की 8 साल पहले कमान सम्हाल चुके 2003 बेच के आईपीएस रतन लाल डांगी ने अब बिलासपुर रेंज की कमान संभाल ली है ।नक्सली मोर्चे पर उल्लेखनीय योगदान देने वाले श्री डांगी को वर्ष 2008, व 09 में दो बार राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से राष्ट्रपति प्रतिभा ताई पाटिल सम्मानित कर चुकीं हैं साथ ही उन्हें सराहनीय सेवा के लिए राज्यपाल द्वारा भी सम्मानित किया गया हैं।श्री डांगी बीजापुर ,जगदलपुर बिलासपुर औऱ कोरबा के एसपी रह चुकें हैं।
बिलासपुर से है पुराना नाता
आज आईजी का चार्ज लेने वाले श्री डांगी का बिलासपुर से पुराना नाता हैं । वे रेंज के कोरबा फिर बिलासपुर उसके बाद दुबारा कोरबा के एसपी रह चुके हैं।बिलासपुर में उन्होंने मार्च 2012 से सितंबर 2013 तक के डेढ़ साल का चुनोतीपूर्ण कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा किया है। बिलासपुर में एसपी का चार्ज लेने के तत्काल बाद ही पेंड्रा में बैंक कैशियर की हत्या कर 10 लाख की लूट की वारदात हुई थी जिसे चैलेंज मानते हुए केश को क्राइम ब्रांच को सौपते हुए खुद अपने सुपरविजन में जांच शुरू करवाई और यूपी के राहुल सिंह ,जैतहरी निवासी अंकुश सिंग समेत चार लुटेरों को पकड़ कर माल बरामद किया था।बहुचर्चित पारधी गिरोह का खुलासा जिसमे रसूखदारो की गिरफ्तारी हुई थी यह,भी श्री डांगी के कार्यकाल में हुई थी। मस्तूरी के बहुचर्चित भदौरा जमीन घोटाले में भी एफआईआर की कार्यवाही श्री डांगी के कार्यकाल में हुई,इसके अलावा पेंड्रा रेप की घटना और झारखंड के जामताडा से आनलाइन ठगी करने वालो की गिरफ्तारी भी इनके ही कार्यकाल मे हुई,शहर के अग्रसेन चौक स्थित होटल से सगाई के दौरान बेश कीमती हीरे के हार की चोरी का खुलासा माल बरामद श्री डांगी के कार्यकाल में ही हुआ था।
राज्य के दूसरे महत्वपूर्ण जिला न्यायधानी राजनीतिक दृष्टि से अपना विशेष महत्व रखता हैं और तात्कालिक रूप से सत्ताधारी पार्टी के तीन दिग्गजों के बीच सामंजस्य बिठाते हुए चुनोतिपूर्ण कार्यकाल श्री डांगी ने सफलता पूर्वक पूरा किया था।
*नक्सल मोर्चे पर उल्लेखनीय सफलता:
श्री डांगी राज्य के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर, और बस्तर की कमान सम्हाल चुके हैं और 2003 में सेवा में आने के बाद मात्र 5 साल बाद ही नक्सल मोर्चे पर उल्लेखनीय सफलता प्राप्त करने के कारण उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति ने वीरता पदक से नवाजा था,2009 में फिर दुबारा उन्हें यह पुरस्कार मिला।
सुकमा में नक्सली हमले में 25 जवानों की शहादत् के बाद नक्सल मोर्चे पर तेजी लाने के लिए श्री डांगी को डीआईजी कांकेर के अंतर्गत कांकेर,कोंडागांव व नारायणपुर का प्रभार दे कर नक्सल मोर्चे पर भेजा गया,जहाँ उन्होंने नक्सल आपरेशन का सफल संचालन किया।
*तीन रेंज की सम्हाल चूकें हैं कमान:-
श्री डांगी बस्तर के कांकेर के अलावा राज्य के दुर्ग और सरगुजा रेंज की कमान भी सम्हाल चूकें हैं।वर्तमान में श्री डांगी ने लगभग 10 माह तक सरगुजा रेंज की कमान सम्हालने के बाद आज बिलासपुर रेंज की कमान सम्हाली।सरगुजा में उन्होंने पुलिसिंग में कसावट लाने के अलावा लॉक डाउन में जनता की मदद कर पुलिसिंग का मानवीय चेहरा भी लोगो को दिखाया तो वही दोषी पाए जाने पर आरक्षक को बर्खास्त करने के अलावा थाना प्रभारी पर कार्यवाही कर सख्ती भी बरती।
और* भी जानें नए आईजी के बारे में:-
2003 में आईपीएस बनने वाले श्री डांगी मेहनत करने वाले युवाओं के लिए एक मिशाल हैं।राजस्थान के नागौर जिले की परबतसर तहसील के छोटे से गाँव मालास में एक साधारण किसान के घर जन्म लेने वाले श्री डांगी ने मुश्किल हालातो से जुझना बचपन से ही सिख लिया था,पढ़ाई के दौरान बहुत ही परेशानीयो का सामना करना पड़ा लेकिन कभी हिम्मत नही हारी, अपने पिता जी की प्रेरणा, दूरदर्शिता, अनवरत संघर्ष और त्याग एवं उन पर अटूट विश्वास का ही परिणाम हैं कि वह अपने लक्ष्य व मुकाम हासिल कर पाएं।
*मजदूरी की पर नही छोड़ी पढ़ाई:-
श्री डांगी की पढ़ाई में विशेष रुचि थी उन्होंने घर की विषम आर्थिक परिस्थितियों के चलते मजदूरी भी की पर मजदूरी करने के साथ ही साथ पढ़ाई भी करते रहें।शुरुआती बाधाओं के बावजूद कभी वह अपने लक्ष्य से नही भटके और लगातार अभाव में भी अपने जीवन में निरंतर प्रयासरत रहें।
शिक्षक के रूप में की कैरियर की शुरूवात:-
श्री डांगी ने अपनी पहली सेवा शिक्षक के रूप में शुरू की,जिसमें वह अपनी जरूरतों को पूरा कर सकतें थे लेकिन उन्होंने आगे बढ़ना नही छोड़ा और फिर इंस्पेक्टर के पद पर इनका चयन हुआ इसके बाद इन्होंने आगे परीक्षा दिलाते हुए नायब तहसीलदार के पद पर भी चयनित हुए।इस तरह मेहनत को अपना मूलमंत्र मानते हुए लगातार मेहनत करते हुए संघ लोक सेवा आयोग की प्रतिस्ठापूर्ण परीक्षा पास कर आईपीएस की सेवा के लिए चयनित हुए।
युवाओं के हैं प्रेरणा स्त्रोत, रहते हैं सोशल मीडिया में एक्टिव:
श्री डांगी युवाओ को प्रेरणा देने के लिए सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करते हुए युवाओ के मार्ग दर्शन के लिए सोशल मीडिया पर अक्सर कुछ न कुछ मोटिवेशनल लिखते रहते हैं।कैरियर के अलावा फिटनेस के लिए भी श्री डांगी जागरूक वीडियो अपलोड के माध्यम से करतें रहते हैं।
महिला सुरक्षा रहेगी रेंज में प्राथमिकता
श्री डांगी के अनुसार महिला सुरक्षा का विषय देशभर में बड़ा मुद्दा बना हुआ है इसलिए महिलासुरक्षा को प्राथमिकता और महिला अपराधों का त्वरित निराकरण करने का प्रयास किया जाएगा।इसके अलावा रेंज के कोरबा,जांजगीर,रायगढ़ जिलो में कोयला कबाड़ से जुड़े अपराधों की अधिकता हैं जिस पर लगाम कसी जाएगी।श्री डांगी ने बताया लॉक डाउन के दौरान देश भर में बेरोजगारी बढ़ने से जिले के साथ ही राज्य और देश भर में अपराधों का ग्राफ बढ़ा है जिसे कम करने का प्रयास किया जाएगा,एवम भटके हुए युवाओ को सही दिशा में लाने का उनका प्रयास रहेगा।
सोशल मीडिया में उन्होंने अपना ऑफिशियल नम्बर शेयर करते हुए जनता से अपील की हैं कि बिना डरे अपराधों की जानकारी उन्हें दी जा सकती है सूचनाकर्ता का नाम गोपनीय रखते हुए त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
बिलासपुर की सड़कों के चौड़ीकरण के बाद भी बढ़ी हुई ट्रैफिक समस्या के लिए जरूरत पड़ने पर एसपी से चर्चा कर हल निकालने की बात श्री डांगी ने कही।