सरस्वती शिशु मंदिर,बिलासपुर के कोषाध्यक्ष एवम व्यवस्थापक की तानाशाही से पदाधिकारियो में रोष व्याप्त,उपपंजीयक के आदेश को भी ढेंगा दिखाया
(अशोक कुमार अग्रवाल )
बिलासपुर 02 मार्च 2021 तिलक नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ,बिलासपुर के कोषाध्यक्ष अरुण गोवर्धन एवम व्यवस्थापक नेतराम सैनिक द्वारा विगत वर्ष हुए चुनाव के समय से ही तानाशाही किया जा रहा है | इसलिए कोषाध्यक्ष ने व्यवस्थापक से चुनाव के दिन से ही बिना दिनाँक के त्याग पत्र भी लिखवाकर ले लिया है ताकि व्यवस्थापक कोषाध्यक्ष के अनुसार विद्यालय मे आचरण करता रहे | लगभग 4 माह पूर्व समिति की बैठक में दिवंगत सदस्यों के स्थान पर नये नये सदस्य – श्री सुशांत शुक्ला, श्री राजेश सिंह, श्री नीलम तिवारी, श्रीमती रश्मि सोनी, श्री अरुण कुमार तुलस्यान एवम मनीष अग्रवाल मनोनीत किये गए थे , इन मनोनीत सदस्यों ने समिति के अध्यक्ष के मध्यम से अपनी अपनी सदस्यता शुल्क की राशि व्यवस्थापक एवम कोषाध्यक्ष के पास भेजवाया ताकि उन्हे समिति की ओर से सदस्यता सम्बन्धी पक्की रसीद प्राप्त हो सके, किंतु उन्होंने षड्यंत्र पूर्वक सदस्यता संबंधी रसीद बुक गलत तरीके से अपने पास रख लिया है और मनोनीत नये सदस्यों को जानबुझकर समिति की और से पक्की रसीद नही दिया जा रहा है, जबकि अध्यक्ष द्वारा उसी समय उन सदस्यों को पावती दिया जा चुका है |
विश्वास्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि समिति के अध्यक्ष श्री महेंद्र चंद्र गुप्ता द्वारा नए-नए मनोनीत किए गए सभी 6 सदस्यों के नाम एवं पते की जानकारी लिखित रूप में सहायक पंजीयक फर्म्स एंड सोसाइटी बिलासपुर , को उसी समय दे दिया था, जिन्होंने भी आदेशित किया कि समिति इन सदस्यों के नाम सदस्यता पंजी में समावेश करें उन्हें सूचित करें। किंतु इसके बावजूद इस दोनों ने आज तक नए सदस्यों के नाम सदस्यता पंजी में नहीं जोड़ा है ।
उक्त बैठक के लगभग 10 दिन बाद व्यवस्थापक एवं कोषाध्यक्ष ने दुर्भावना वश एक दूसरी बैठक बुलाकर उक्त मनोनीत सदस्यों के नाम निरस्त कर दिया ,उक्त बैठक की कार्यवाही को अध्यक्ष के द्वारा सहायक पंजीयक के समक्ष चुनौती दिया गया | जिन्होंने दिनांक 11:02 21 को पारित निर्णय में नए मनोनीत सदस्य के मनोनयन को संवैधानिक होना पाते हुए समिति को आदेश किया है कि इस आदेश का पालन सुनिश्चित कर कार्यालय में सूचित करें । इसके बावजूद कोषाध्यक्ष एवं व्यवस्थापक उक्त आदेश का पालन करने में विलंब कर रहे हैं नए मनोनीत सदस्यों के द्वारा इनके पास लिखित आवेदन देने के बाद भी उन्हें समिति की ओर से रसीद देने में आनाकानी कर इंकार कर रहे हैं ,नए मनोनीत सदस्य गण कोषाध्यक्ष एवं व्यवस्थापक के इस प्रकार आचरण से अत्यंत ही क्षुब्ध है क्योंकि वह सभी इस विद्यालय के भूतपूर्व छात्र रहे हैं जो विद्यालय की प्रगति हेतु सक्रिय रूप से सहयोग देकर विद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ाना चाहते हैं|