जांजगीर-चांपा जिले में मनरेगा से 99 हजार 919 मजदूरों को गांवों में ही मिल रहा रोजगार,
कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किए जा रहे हैं मनरेगा के कार्य
(अशोक कुमार अग्रवाल)
जांजगीर-चांपा (हाईटेक न्यूज )22 मई, 2021
कोविड-19, लाकडाऊन की स्थिति में जिले ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
ज़िले में मनरेगा के तहत वर्तमान में 99 हजार,919 पंजीकृत मजदूरों को रोजगार का साधन उपलब्ध कराया गया है। कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने मनरेगा के तहत अधिक से अधिक कार्य प्रारंभ कराने के निर्देश दिए हैं।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से गांव में ग्रामीणों को रोजगार दिया जा रहा है। धीरे-धीरे सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्यों को शुरू किया जा रहा है। इस दौरान कोरोना महामारी के बीच लगाए गए लॉकडाउन में शासन के निर्देशों का पालन करते हुए मास्क एवं सैनिटाइजर के उपयोग 🙏के साथ ही शारीरिक दूरी बनाकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। जिले में मनरेगा के कार्यों में शुक्रवार को 99 हजार 919 मजदूर काम पर आए और उन्होंने तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण, गोठान निर्माण के कार्यों में अपना योगदान दिया।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि कलेक्टर श्री यशवंत कुमार के निर्देश पर सभी जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी, तकनीकी सहायक, रोजगार सहायक को कोविड-19, के नियंत्रण एवं संक्रमण से बचाव के लिए कार्यस्थल पर फिजिकल डिस्टेंस के साथ हैंडवास, सैनिटाइजर, मास्क लगाकर कार्य कराने कहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा मांग आधारित योजना है, इसलिए गांव में ग्रामीणों की मांग के आधार पर कार्य किए शुरू किए जा रहे है। वर्तमान में जिस तरह से कोरोना उन्होंने महात्मा गांधी नरेगा के चल रहे कार्यों का सतत निरीक्षण करने के निर्देश जनपद सीईओ एवं मनरेगा कार्यक्रम अधिकारियों को दिए है।
सभी जनपदों में शुरू होने लगे हैं कार्य-
मनरेगा के तहत सभी ग्राम पंचायतों में शासन के दिए निर्देश एवं कोरोना प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए कार्य कराए जा रहे हैं। गत शुक्रवार को 472 ग्राम पंचायतों में 99 हजार 919 मजदूरों ने काम करते हुए रोजगार प्राप्त किया। पामगढ़ विकासखण्ड की 40 ग्राम पंचायतों में 13 हजार 851 मजदूर, अकलतरा विकासखण्ड की 46 ग्राम पंचायतों में 13 हजार 790 मजदूर काम करते हुए आजीविका प्राप्त की। जैजैपुर विकासखण्ड की 59 ग्राम पंचायतों में 12 हजार 534 मजदूर, मालखरौदा विकासखण्ड की 49 ग्राम पंचायतों में 12 हजार 412 मजदूर, जिसमें डभरा विकासखण्ड की 66 ग्राम पंचायतों में 11 हजार 191 मजदूर काम कर रहे हैं। इसी तरह बलौदा विकासखण्ड की 48 ग्राम पंचायतों में 10 हजार 133 मजदूरों ने काम किया। नवागढ़ विकासखण्ड की- 66 ग्राम पंचायतों में 9 हजार 773 मजदूर, सक्ती विकासखण्ड की 61 ग्राम पंचायतों में 9 हजार 51 मजदूरों ने काम करते हुए रोजगार प्राप्त किया। बम्हनीडीह विकासखण्ड की 37 ग्राम पंचायतों में 7 हजार 184 मजदूरों को रोजगार मिला।