मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 22 जुलाई को कलमा बराज के प्रभावितों को मुआवजा राशि का वर्चुअल कार्यक्रम में करेंगे वितरण,
जिले के प्रभावित 300 भूस्वामियों को वितरित होगा-
22 करोड, 78 लाख,90 हजार रुपए
(अशोक कुमार अग्रवाल )
जांजगीर-चांपा(हाईटेक न्यूज )21 जुलाई,2021
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल गुरुवार 22 जुलाई को पूर्वाह्न 11.30 बजे वर्चुअल कार्यक्रम में रायपुर से जांजगीर-चांपा जिले के चंद्रपुर में कलमा बैराज के प्रभावित 300 किसानों को भू -अर्जन की 22 करोंड, 78 लाख,90 हजार रुपए की मुआवजा राशि का वितरण करेंगे।
“सबके लिए न्याय“ की अवधारणा को मूर्त रूप देते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के कर कमलों से कलमा बैराज निर्माण के कारण प्रभावित हुए किसानों को आज भू-अर्जन की मुआवजा राशि का वितरण किया जा रहा है। राज्य की प्रमुख नदी महानदी पर 31 मार्च 2016 को कलमा बराज का निर्माण पूर्ण कराया गया है। इस बरॉज के निर्माण की लागत 1 अरब, 82 करोड़, 2 लाख, 86 हजार रूपए है। बरॉज के निर्माण से 13 गावों के लगभग 654 किसान प्रभावित हुए है। इस बरॉज का निर्माण जल संसाधन विभाग द्वारा किया गया है।
निर्माण कार्य के पूरा हो जाने के बावजूद लगभग 300 किसानों का मुआवजा निर्धारण में विभिन्न कारणों से विलंब हो रहा था। जिसे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्ग दर्शन में जांजगीर-चांपा जिला प्रशासन द्वारा यथाशीघ्र कार्यवाही कर पात्र सभी प्रभावितों के मुआवजा प्रकरणों का निराकरण कर मुआवजा राशि का वितरण 22 जुलाई को किया जा रहा है। फलस्वरूप लगभग 300 भूमि स्वामियों को मुआवजा राशि – 22 करोड़ 78 लाख, 90 हजार रूपए का वितरण किया जा रहा है।
इस बराज के निर्माण से जिले में स्थापित उद्योगों और पावर कंपनियों को जल प्रदाय किया जाएगा। उद्योगों और पावर कंपनियों से राजस्व की प्राप्ति होगी। साथ ही आस-पास के गांवों में भूजल स्तर में वृद्धि होने से ग्रामीणों को निस्तारी एवं स्वयं के साधन से सिंचाई का लाभ भी मिल सकेगा।
ज्ञातव्य है कि चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में कार्यपालन अभियंता जल संसाधन संभाग रायगढ़ द्वारा कलमा बरॉज का निर्माण 31 मार्च 2016 को पूरा किया गया। इस बरॉज के निर्माण से जांजगीर-चांपा जिले के डभरा अनुभाग के 13 गांव – कलमा, महादेवपाली, चंद्रपुर, काशीडीह, चंदली, बिलाईगढ (प.), पलसदा, बिरहाभाटा, सिरौली, भैंसामुहान, बरहागुड़ा, गोपालपुर और हीरापुर के लगभग 96 हेक्टेयर निजी भूमि बैराज की पानी में जलमग्न हुए हैं। जलसंसाधन विभाग द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के तहत भू-अर्जन का प्रस्ताव प्रेषित करने पर मुआवजा राशि निर्धारित किया गया । जिसका वितरण आज मुख्यमंत्री के कर-कमलों से किया जा रहा है।