भारत के 14 वे उपराष्ट्रपति चुने गए एनडीए प्रत्याशी जगदीप धनखड़,वर्तमान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का लेंगे स्थान
6 अगस्त की रात्रि हुआ उपराष्ट्रपति निर्वाचन के परिणामों का ऐलान
वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में थे जगदीप धनखड़
जगदीप धनखड़ के राजस्थान स्थित गांव झुंझुनू में जश्न का माहौल
( अशोक कुमार अग्रवाल)
नई दिल्ली( हाईटेक न्यूज़) 06 अगस्त 2022
भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए आज 6 अगस्त 2022 को मतदान हुआ, जिसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए की ओर से वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एवं राजस्थान के झुंझुनू निवासी जगदीप धनखड़ को प्रत्याशी बनाया गया था, तो वहीं संयुक्त विपक्ष की ओर से मार्गरेट अल्वा को अपना प्रत्याशी घोषित किया गया था।
6 अगस्त की देर शाम घोषित उपराष्ट्रपति चुनाव के परिणामों में जहां जगदीप धनखड़ ने 528 वोट प्राप्त किए तो वही मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले तथा 15 वोट अमान्य घोषित कर दिए गए वहीं एक बार फिर से एनडीए के प्रत्याशी ने उपराष्ट्रपति के चुनाव में अपनी बड़ी जीत दर्ज की है।
जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति चुने जाने पर उनके राजस्थान प्रदेश स्थित झुंझुनू में जश्न का वातावरण है, तथा लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी है
ज्ञात हो कि वर्तमान में उपराष्ट्रपति के पद पर एनडीए के ही वेंकैया नायडू थे, तथा अब वेंकैया नायडू की जगह जगदीप धनखड़ 14 वे नए उप राष्ट्रपति के रूप में स्थान लेंगे, वही 6 अगस्त को संपन्न उपराष्ट्रपति के निर्वाचन में जहां संयुक्त विपक्ष की प्रमुख पार्टी तृणमूल कांग्रेस टीएमसी ने अपने 25 सांसदों के साथ इस चुनाव में ही भाग नहीं लिया, तो वही टीएमसी के चुनाव में भाग नहीं लेने पर संयुक्त विपक्ष में भी तरह-तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं ।
ज्ञात हो कि टीएमसी नेता एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपराष्ट्रपति चुनाव के ऐलान एवं एनडीए की ओर से जगदीप धनखड़ को अपना प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद से ही उपराष्ट्रपति के चुनाव में अलग रहने की घोषणा कर दी थी, साथ ही अपने अभी सभी टीएमसी सांसदों को भी पत्र लिखकर निर्वाचन में भाग नहीं लेने का आग्रह किया था ।
यहाँ यह बताना उचित होगा कि एनडीए गठबंधन की सरकार ने जाट समुदाय के लोगो की नाराजगी को देखते हुए सोची समझी रणनीति के तहत पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया था । ताकि जाट समुदाय की नाराजगी दूर किया जा सके । ज्ञातव्य है कि एक और राजपाल सत्यपाल मलिक की समय समय पर केंद्र सरकार के विरुद्ध दिए गए बयानों को लेकर जहाँ एक और केंद्र सरकार की किरकिरी हो रही थी वही दूसरी ओर जाट नेता जगदीप धनखड़ को उप राष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठाए जाने का निर्णय उसी सन्दर्भ में लेकर देखा जा रहा है ।
प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट एसोसिएशन नई दिल्ली के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं हाई टेक न्यूज़ के प्रधान संपादक अशोक कुमार अग्रवाल ने श्री जगदीप धनखड़ को भारत देश के 14 वे उपराष्ट्रपति पद पर भारी बहुमत से विजयी होने पर बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है ।