‘‘रेबीज वन हेल्थ जीरो डेथ‘‘ की थीम पर 28 सितम्बर को विश्व रेबीज दिवस का होगा आयोजन
(अशोक कुमार अग्रवाल) जांजगीर-चांपा (हाई टेक न्यूज)
27 सितम्बर 2022 विश्व रेबिज दिवस का आयोजन जिला एवं विकासखंड स्तर पर सीडीसी द्वारा ‘‘रेबिज वन हेल्थ जीरो डेथ‘‘ की थीम पर 28 सितम्बर को आयोजित किया जाएगा। विश्व रेबीज दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य रेेबीज सर्विलेन्स व रोकथाम है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार रेबीज एक जानलेवा बीमारी है। यह वायरल संक्रमण होता है, जो मनुष्यों और जानवरों के लिए घातक है। इस बीमारी से बचाव संभव है। यह बीमारी कुत्ते, बिल्ली, बंदर आदि जैसे जानवरों के काटने से होता है। यह बीमारी संक्रमित जानवरों से फैलता है। ज्यादातर यह बीमारी मनुष्यों में कुत्ते के काटने व खरोचने से होता है। इस बीमारी के लक्षण अज्ञात जानवरों के काटने का इतिहास, पानी से डर लगना और वायुभीती है।
उन्होने इससे बचने के लिए उपाय बताया कि जख्म/घाव को साबुन और साफ बहते पानी में 15 मिनट तक धोना चाहिए। एन्टीसेप्टिक (आयोडिन, स्प्रिट आदि) लगायें। घाव को खुला छोड़े और टांके ना लगवाएं। इसके साथ अपने डॉक्टर के सलाह से एंटी रेबीज का टीका लगवाएं। साथ ही इम्युनोग्लोबिन सिरम का टीकाकरण का कोर्स सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने बताया कि रेबीज का टीकाकरण जिले के चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य कन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के एंटी रेबीज क्लिनिक में लगाया जाता है।