अंगद के पांव की तरह जमे है उपपंजीयक प्रतीक खेमका प्रतिमाह लाखो रुपए की करते है मोटी कमाई
(अशोक कुमार अग्रवाल)
सकती (हाईटेक न्यूज)
30अगस्त 2023 सकती जिला मुख्यालय में पदस्थ उप पंजीयक प्रतीक खेमका प्रतिमाह जमीन पंजीयन के नाम पर लगभग 15 लाख रुपए की अवैध कमाई कर मालमाल हो रहे है ।
सूत्रों ने बताया कि उनके दफ्तर आने वाले जमीन क्रेता से प्रति रजिस्ट्री कृषि भूमि लगभग 3 हजार रुपए लेते है एवं व्यवसायिक या अन्य प्रयोजनों के जमीन की रजिस्ट्री में 10 हजार से लेकर 25 हजार रुपए तक कि राशि नजराने में लेने पर ही रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही करते है , नही देने पर नियम कानून की आड़ में कई दिनों तक कृषकों को कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर कर देते है एवं उन दस्तावेज को मार्गदर्शन के लिए जिला पंजीयक के पास जांजगीर भेज देते है ताकि सम्बंधित व्यक्ति जिला जांजगीर जाकर परेशान होता रहे ।
ज्ञातव्य है कि जिन जमीन में इनको मनमाफिक नजराना नही मिलता उस जमीन के प्रकरण को जिला पंजीयक ,जांजगीर – चाम्पा के पास न्यूनतम मूल्यांकन के लिए नियम( 47 क 1) के तहत भेज देते है,उनके द्वारा विगत माह पूर्व इसी प्रकार 6 प्रकरण जिला पंजीयक के पास भेजे गए थे वहाँ सभी बिंदुओ में जांचोपरांत किसी भी प्रकार की कोई गलती नहीं पाई जाने के बाद वापिस प्रतिवेदन उपरांत उपपंजीयक कार्यालय में आने के बाद पंजीयन की कार्यवाही की गई जिससे सम्बंधित पक्षकार को मानसिक तनाव एवं आर्थिक नुकसान उप पंजीयक की लापरवाही से उठाना पड़ा था ।
सूत्रों ने यह भी बताया कि शासन के नियमानुसार किसी भी निजी जमीन की खरीदी / बिक्री के लिए सम्बंधित जमीन का खसरा ,बी वन एवं नक्शा के आधार पर रजिस्ट्री किए जाने का प्रावधान है लेकिन इनके द्वारा पटवारी प्रतिवेदन 22 बिंदुओ एवं बिक्री नकल की कॉपी अनिवार्य रूप से मांग की जाती है जबकि शासन के गाइड लाइन में यह नही है एवं अन्य उप पंजीयन / पंजीयन कार्यालयों में इस तरह के दस्तावेज की मांग नही की जाती ।
अपनी पदस्थापना काल के प्रथम पोस्टिंग अपने अविभाजित जिला जांजगीर चाम्पा में पदस्थापना के कारण इनके द्वारा मनमानी तरीके से पंजीयन के नाम पर अवैध राशि खुले आम लिए जाने का यह मामला काफी दिनों से सुर्खियों में चल रहा था ,जबकि” हाई टेक” को लगातार आम जनता से इस बारे में शिकायते मिलने लगी तो जांचोपरांत सारी शिकायते की पुष्टि हुई ।
सूत्रों ने यह भी बताया कि इनके पूर्व जो उप पंजीयक थे उनके कार्यकाल में किसी भी हितग्राहियों को किसी भी प्रकार का सामना नही पड़ता था , मामूली खर्च करने के बाद पंजीयन दस्तावेज का सत्यापन के बाद रजिस्ट्री हो जाती थी ।
विगत 14 अगस्त 2021 में पदस्थ होने के बाद इनके द्वारा पंजीयन के नाम से लगभग डेढ़ करोड़ से ऊपर की काली कमाई कर ली गई है ,इनका कहना है कि मेरा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता ,क्योकि मै अपनी काली कमाई का हिस्सा अपने बड़े अधिकारियों को देता हूँ । इनके कार्यालय में पदस्थापना के दरमियान आज तक कि लगभ 3000 से भी अधिक भूमियों का पंजीयन संख्या में ऊपर बताए गए कमीशन राशि का गुणा करने पर अनुमानित राशि का कमीशन खोरी का पता चल जाएगा । कुछ प्रभावित लोगों ने शपथ पत्र के जरिये लिखकर बताया है कि उनके द्वारा 4 या 5 अंको में बिना लेन देन के रजिस्ट्री का कार्य नही किया इस तरह उन्होंने अवैध रूप ले करोड़ो रूपये की अघोषित रकम वसूल कर गरीब जनता की जेब मे डाका डाला है ।
ज्ञातव्य है कि इनके द्वारा ग्राम जिरलडीह ,प ह न. में खसरा नंबर 162 जो कि शासकीय भूमि है जिसका दस्तावेज क्रमांक 205 दिनांक 21 मार्च 2022 को किया गया है उक्त भूमि शासकीय है एवं रजिस्ट्री में बिक्री छांट भी नही लगवाया गया है क्योंकि उन्होंने क्रेता से मोटी रकम लेकर नियम कानून को बलाए ताक में रखकर पंजीयन कर दिया है । इनके कार्यकाल में हुए अवैध कमाई की सत्यता का पता लगाने के लिए जितनी भी जमीनों की रजिस्ट्री हुई है उन जमीनों के क्रेता / विक्रेताओ के मोबाइल नंबर दर्ज होते है उन सभी हितग्राहियों से फोन से सम्पर्क करने पर वस्तुस्तिथि पता चल जाएगी ।
प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक कुमार अग्रवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री ,पंजीयन मंत्री ,जिला पंजीयक ,जांजगीर चाम्पा को शिकायती पत्र प्रेषित कर भर्स्ट उपपंजीयक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उन पर लगे आरोप की निष्पक्ष जांच कर कड़ी कार्यवाही की मांग की है ।
इस सम्बंध में श्री अग्रवाल ने बताया कि जिला पंजीयक जांजगीर चाम्पा के कार्यालय में दिनांक 29 अगस्त को उन्होंने लिखित शिकायत दर्ज कराया है जिस पर उन्हें कार्यवाही का भरोसा दिलाया गया है ।