रायगढ़ के पत्रकार नितिन सिन्हा के घर घुस कर बदमाशों ने धमकी दी।
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति ने अपराधियों के नही पकड़े जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
(ब्यूरो कार्यालय द्वारा )
रायपुर 14 मार्च 2021 विगत 9 तारीख को रायगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार नितिन सिन्हा एवं उनके परिवार को घर मे घुसकर असामाजिक तत्वों ने धमकी दी जिससे पूरा परिवार भयभीत है जिसकी पुलिस में शिकायत की लेकिन अपराधी अभी तक नही पकड़े गए है ।
अख़िल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री गोविंद शर्मा ने पूरे मामले का संज्ञान लेकर घटना की तीव्र शब्दों में निंदा की है।। उन्होंने कहा उन्हें पूरा भरोसा है कि जिले के संवेदनशील पुलिस अधीक्षक श्री सन्तोष कुमार सिंह घटना को लेकर निष्पक्ष और तीव्रता से कारवाही करेंगे।। घटना को अंजाम देने वाले दबंग आरोपियों की सामाजिक छवि बेहद खराब है। उनके द्वारा क्षेत्र में आतंक राज कायम किया गया है। भाजपा शासन में राजनीतिक संरक्षण की आड़ में माफियागिरी करने वाले इन असमाजिक तत्वों को कानून और पुलिस का भय कतई नही रहा है।। इनके द्वारा वर्ष 2013-14 में पत्रिका के ब्यूरो हेड वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण त्रिपाठी पर जानलेवा हमला भी किया गया था।
घर घुसने वाले दो प्रमुखों में एक भारतीय जनता पार्टी की आड़ में तमाम आपराधिक कार्यों को अंजाम देता रहा है। अख़िल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिती आने वाले दिनों में उक्त व्यक्ति को भाजपा से बाहर किये जाने की मांग पार्टी के प्रदेश कमिटी से करेंगे। वही जो दूसरा प्रमुख बदमाश है वो जमीन माफिया के नाम से जाना जाता है,उसके विरुद्ध हाल ही एक आदिवासी दम्पत्ति ने जानलेवा हमला करने के अलावा जबरन उनकी भूमि पर कब्जा करने की शिकायत की है। समिती उक्त मामले को लेकर पुलिस महानिदेशक महोदय के संज्ञान में लाएगी।। साथ ही वे समिति की जिला इकाई को निर्देशित करेंगे कि वे लिखित आवेदन लेकर जाएं और जिलाधीश महोदय से मिलकर उक्त कुख्यात भूमाफिया को जिला बदर करवाने की मांग करें।।
यद्यपि इनके पुराने अपराधिक रिकार्डों को देखते हुए इनके विरुद्ध प्रथम दृष्टया ही एफ आई आर दर्ज की जानी चाहिए थी ।। समय रहते ऐसा नही होने पर प्रदेश भर के पत्रकारों में सरकार और पुलिस प्रशासन के विरुद्ध निगेटिव मैसेज जाएगा। वे जल्दी ही अन्य पदाधिकारियों के साथ रायगढ़ आने को तैयार हैं। उन्होंने कहा है कि यदि पुलिस से समय रहते न्यायोचित सहयोग नही मिला तो मजबूरन पत्रकार आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।