स्वर्गीय बिसाहू दास महंत के जयंती पर मरीजों को फल एवं मास्क वितरित किया गया ,97 वे जयंती पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया
(अशोक कुमार अग्रवाल )
सकती (हाई टेक न्यूज )01 अप्रैल 2021 जननायक ,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, गरीबों के मसीहा छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के स्वप्न दृष्टा, हसदेव बांगो बांध परियोजना के पैरोकार परम पूज्य श्रद्धेय स्वर्गीय बिसाहू दास महंत जी के 97 जयंती के मौके पर जीवनदीप समिति सकती के सदस्य अधिवक्ता राकेश महंत द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी मातृ शिशु अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सकती में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। अधिवक्ता राकेश महंत ने दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि सभा का शुभारंभ किया। स्वर्गीय बिसाहू दास महंत के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए राकेश महंत ने उपस्थित जनों को बताया कि आज ही के दिन 1 अप्रैल 1924 में स्वर्गीय महंत जी का जन्म सारागांव में हुआ था। स्वर्गीय महंत जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे वे मारिस कॉलेज नागपुर मे पढ़े थे। स्वर्गीय महंत एक शिक्षक के रूप में जन नेता के रूप में एक समाज सेवक के रूप में अपने भूमिका का बखूबी ईमानदारी पूर्वक निर्वाह किए वह हमेशा जनता के हितों के लिए चिंतित रहते थे। किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए हसदेव बांगो बांध परियोजना को वे अनिवार्य मानते थे। छत्तीसगढ़िया के विकास के लिए पृथक छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण को आवश्यक मानते थे तथा छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के लिए हमेशा आजीवन संघर्षरत रहे। स्वर्गीय महंत स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में भी भाग लिए और बहुत कष्ट झेले यही कारण है कि स्वर्गीय बिसाहू दास महंत जी को जननायक की उपाधि से विभूषित किया जाता है। इस अवसर पर सभी उपस्थित जनों द्वारा स्वर्गीय महंत के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर एवं 2 मिनट का मौन धारण श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। इस अवसर पर मातृ शिशु अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं उनके परिजनों तथा कर्मचारियों तथा उपस्थित नागरिकों बच्चों को फल ,बिस्किट, चॉकलेट एवं मास्क वितरण किया गया। इस अवसर पर गिरधर जायसवाल , पिंटू ठाकुर युवा नेता दिनेश बरेठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शक्ति के आर जी थावाइत ,डॉक्टर किरण बिजवार, डॉक्टर आरके राज, शशांक शर्मा ,स्टाफ नर्स निकिता दानी ,श्रीमती कमलेश चंद्रा, प्रमिला बरेट, अंजू केरकेट्टा ,अनीता दानी, इला जायसवाल , कर्मचारी गण मरीजों के परिजन ग्रामीण जन नागरिक गण उपस्थित थे।