कोयला के बाद अब धान चांवल पर ED का अगला निशाना
(विशेष प्रतिनिधि द्वारा)
रायपुर(हाईटेक न्यूज़)21अक्टूबर 2022 छत्तीसगढ़ में ईडी के द्वारा कोयले की दलाली में हाथ काले करने वालो को रंगे हाथ पकड़ने की कार्यवाही को 10 दिन होने जा रहे है। जैसे जैसे कोयले के दलाली खानेवालो के यहां से कागज डायरी मिलते जा रही है दायरा बढ़ते जा रहा है। प्रदेश के 10 जिलों तक ईडी की टीम पहुँच चुकी है ।इस बात की संभावना है कि 500 करोड़ के अवैध कमाई के सिरे पकड़ते पकड़ते ईडी सूर्यकांत से बने सूर्य आक्रांत के करीबी लोगों के गिरेबान में हाथ डाल दे। अभी तो सबसे सकते में आईएएस अधिकारी है जिन्होंने जिला पदस्थी के दौरान डीएमएफ(डिस्ट्रिक्ट मिनरल फण्ड) की बटाई में ओहदेदारों लोगो को राशि देकर अवैध लाभ दिया भी है और लिया भी है। कोरबा जिला जहाँ के निर्वाचित जनप्रतिनिधि डीएमएफ के मंत्री भी है उनके ही जिले में सबसे बड़ा घोटाला हुआ है। यद्यपि मंत्री स्वयं ही तत्कालीन कलेक्टर के क्रियाकलापों से त्रस्त थे और उनके ही चिट्ठी पत्री के कारण कलेक्टर को हटा कर उस जिले में भेजा गया था जिस जिले में जिंदल का कारोबार पसरा पड़ा है।कोरबा के तत्कालीन कलेक्टर के द्वारा डीएमएफ राशि का जमकर दुरुपयोग करने की शिकायत गली गली में है। कोरबा के सूत्रों का मानना है कि कोरबा की एक नही दो तत्कालीन कलेक्टर के क्रियाकलाप एक जैसे रहे है। रानू साहू के पहले पदस्थ रही किरण कौशल ने भी डीएमएफ राशि को राजीव गांधी शिक्षा मिशन और महिला बाल विकास विभाग में जमकर दुरुपयोग कर अवैध लाभ कमाई है।पुराने महिला कलेक्टर को राजधानी में लाकर मार्कफेड में जिम्मेदारी दी गयी थी। कोरबा के कोयले की तरह धान चाँवल में भारी
भृष्टाचार की शिकायत है। एक जिले के धान को दूसरे जिले के चाँवल मिलो को देने , धान की कम कीमत में नीलामी के साथ साथ चाँवल की कुटाई में 20 रुपये क्विंटल लिए जाने के पुख्ता सूचना है। एक तरफ मार्कफेड 20 रुपये वसूल रहा है तो दूसरी तरफ नान ( जिसका मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है) वहाँ के जिलाधिकारी प्रदेश कोषाध्यक्ष के लिए 12 रुपये क्विंटल वसूल रहे है। न एक जिले का नान का अधिकारी 4 लाख 32 हज़ार रुपये सहित 6 राइस मिलो के द्वारा धान कुटाई का 12 रुपये क्विंटल के हिसाब से इकट्ठा कर आयकर विभाग के द्वारा सपडाया जा चुका है। दिल्ली के उच्च अधिकारियों के द्वारा मार्कफेड के घोटाले की खबर की पुष्टि की जा चुकी है ।बताया जाता है कि कोयले की फाइल बंद होते ही धान चाँवल पर नज़रें इनायत होने वाली है। मार्कफेड में सूर्यकांत तिवारी की नज़र लग चुकी थी। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार समीर विश्नोई की मार्कफेड में पोस्टिंग भी सूर्यकांत तिवारी ने करवाई थी। सूर्यकांत तिवारी के यहां मिले दस्तावेज़ों में कोरबा के दो महिला कलेक्टर के साथ लेनदेन की जानकारी मिलने की भी खबर है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में ईडी के घेरे में प्रदेश के दर्जन भर आईएएस अफसर आएंगे।