पैसेंजर ट्रेन का अभाव झेल रहा है क्षेत्र ,रेलवे सलाहकार चीरनिद्रा में और जनहित को लेकर भी हो रही राजनीति ?
( जयप्रकाश अग्रवाल )
खरसिया (हाई टेक न्यूज़ ) 11 मार्च 2021 क्षेत्रवासी पैसेंजर ट्रेन को लेकर अभाव का दंश झेल रहे हैं। वहीं अनेकों पारिवारिक एवं कार्यालयीन कार्य प्रभावित भी हो रहे हैं। बावजूद ना तो रेलवे प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है और ना ही कोई जनप्रतिनिधि इस बड़ी जरूरत के लिए आगे आ रहे हैं।
छोटे-छोटे गांव से अपनी पारिवारिक एवं दैनंदिनी की जरूरतों के लिए अन्य शहर या गांव जाने वाले हजारों परिवार इस अभाव से परेशान हैं। उनके बहुत से कार्य या तो अधर में लटक जाते हैं या फिर उन्हें निजी साधनों से यात्रा कर अधिक समय एवं अधिक खर्च वहन करना पड़ता है। वहीं कृषि प्रधान क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी किसानों के इस बड़े दर्द को अनदेखा कर, कृषक हितों को लेकर बड़े-बड़े सब्जबाग ही दिखाते नजर आ रहे हैं।
ऑफिस भी हो रहीं प्रभावित
निजी एवं सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों को भी पैसेंजर ट्रेन ना होने से आने जाने में रोजाना परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं अन्य साधनों से यात्रा करने में कार्यालयीन कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। बावजूद इस बड़ी जरूरत के प्रति जिम्मेदारों की उदासीनता समझ नहीं आ रही।
हमेशा उपेक्षित रहा है यह क्षेत्र
रायगढ़ ,चाम्पा से झाड़सुगुड़ा के बीच का क्षेत्र हमेशा से ही रेलवे प्रशासन द्वारा उपेक्षा का शिकार होता चला आया है। जनता ने लंबे समय तक मांग की कि छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को झाड़सुगुड़ा से प्रारंभ किया जाए, परंतु यह मांग रेलवे प्रशासन द्वारा अस्वीकार कर दी गई। वहीं दुर्ग से राउरकेला तक इंटरसिटी एक्सप्रेस की मांग को भी अनदेखा किया गया। अब आम जनमानस की जरूरतों को नकारते हुए सिर्फ इसी क्षेत्र में पैसेंजर ट्रेन प्रारंभ नहीं की गई हैं, जबकि अन्य सभी क्षेत्रों में पैसेंजर ट्रेन प्रारंभ कर दी गई हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य संभवतः चीरनिद्रा में सो गए हैं, वहीं जनप्रतिनिधि भी राजनीति के पेंच में फंसे नजर आ रहे हैं।
पूर्व में रायगढ़ से बिलासपुर -रायगढ़ मेमू लोकल ट्रेन ,टाटानगर से बिलासपुर -टाटानगर ,झारसुगुड़ा से गोंदिया -,झारसुगुड़ा लोकल पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू था ,लेकिन लगभग साल भर से कोरोना काल के समय से रेल प्रशासन द्वारा उपरोक्त सभी मेमू ,लोकल पैसेंजर ट्रेन का परिचालन रायगढ़ से बिलासपुर तक बन्द कर दिया गया है जो अभी तक चालू नही किया गया है ,जबकि बिलासपुर ,रायपुर ,दुर्ग ,डोंगरगढ़ क्षेत्र में सभी कम दूरी की ट्रेनों को आवागमन हेतु मंजूरी दे दी गई है ,एवं सभी ट्रेनों को सुचारू रूप से परिचालन शुरू हो गया है ,लेकिन रायगढ़ से बिलासपुर जिले की सीमा तक कोई भी पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन अभी तक शुरू नही किया गया है ,जबकि रायगढ़ ,जांजगीर ,बिलासपुर लोकसभा में भाजपा के सांसद हैं एवं केंद्र में नरेंद मोदी की सरकार भाजपा की होने के बावजूद सभी सांसद निष्क्रिय है जिसका परिणाम क्षेत्र की भोली भाली जनता झेल रही हैं ।